यहां आपको कॉन्टेंट मिलेगा कभी कटाक्ष के तौर पर तो कभी बगैर लाग-लपेट के दो टूक। वैसे यहां हरिशंकर परसाई, शरद जोशी जैसे कई नामी व्यंग्यकारों के क्लासिक व्यंग्य भी आप पढ़ सकते हैं।
अगर हमारी सरकारें शहरों का नाम बदलकर 'नदी' या 'दरिया' टाइप कुछ कर दें, जैसे दिल्ली नदी, मुंबई नदी, शिमला नदी... तो फिर शहरों को बाढ़ से बचाने की चिंता ही खत्म हो जाएगी। फिर वे अपना पूरा ध्यान 'विकास' पर लगा सकेंगी !!!
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