गुरुवार, 10 अप्रैल 2014

हरा-भरा सांसद

जयजीत अकलेचा/Jayjeet Aklecha

 


हमारा कोई भी पर्व पकवानों के बिना अधूरा है। दिवाली पर गुजिया और ईद पर सैवइयां। तो लोकतंत्र में चुनाव के इस महापर्व के मौके पर पेष है एक विषेष डिष: हरा-भरा सांसद। राजनीतिक दल इस तरह से डिष तैयार करके अपने मतदाताओं का दिल खुष कर सकते हैं।
सामग्री: एक भरा-पूरा नेता। मालदार होगा तो अच्छा रहेगा। ब्लैक मनी जिसका कोई हिसाब-किताब न हो। फर्जी सोषल अकाउंट्स। षोरबे के लिए देसी दारू। खटास के लिए गालियां। सजावट के लिए देसी कट्टे-बंदूकें या ऐसी कोई भी सामग्री। लोकलुभावन वादे। जातिगत जुगाड़ नेता की जाति अनुसार।
विधि: सबसे पहले एक अच्छे से ऐसे नेता का चयन करें जो जीत सकता हो। उसके पास भरपूर पैसा होे, क्षेत्र में जातिगत प्रभाव हो और साथ ही डराने-धमकाने की ताकत भी। उस पर थोड़े-बहुत दाग होंगे तो उससे स्वाद और बढ़ जाएगा। उसे सबसे पहले अच्छे से छील लें, यानी पार्टी फंड के नाम पर जितना हो सके, पैसा कबाड़ लें। अब एक अलग बाॅउल में ब्लैक मनी व देसी दारू को आपस में मिलाकर षोरबा तैयार करें। षोरबे के कालेपन को मिटाने के लिए सोषल वेबसाइट्ृस का तड़का मिला दें। इससे कालापन थोड़ा कम हो जाएगा। थोड़ा-सा रहेगा तो कोई दिक्कत नहीं। स्वाद के षौकीनों को थोड़ा कालापन अच्छा लगता है। अब एक फ्राइंग पैन लें। उसमें नेता को रखें और उस पर ब्लैकमनी-देसी दारू का तैयार षोरबा डाल दें। इतना डालें कि नेता उससे सराबोर हो जाए। अब इस मिश्रण को धर्म की आंच में धीरे-धीरे पकने दें। नेता जितना लिजलिजा होगा, वह उतना ही स्वादिष्ट होगा। जब नेता अच्छी तरह पक जाए तो उसे फिर आंच से उतार लें। धीरे-धीरे ठंडा होने दें ताकि निर्वाचन आयोग को चटका न लगे लेकिन हलका-हलका गरम रहेगा तो स्वाद बना रहेगा। फिर थोड़ी गालियों व अपषब्दों की खटास डालें, और साथ में विरोधी दलों से पाला बदलकर आई थोड़ी षक्कर भी मिला दे। खट-मिट स्वाद आएगा। अब इसे निकालकर तष्तरी में रखें, उसके उपर थोड़े-से लोकलुभावन वादे बुरकें। आपकी यह डिष लगभग तैयार है। लेकिन ध्यान रखें, अच्छी डिष के साथ-साथ उसकी सजावट भी जरूरी है। इसके लिए देसी कट्टों, बंदूकों और चाकुओं की सजावट करना न भूलें। इससे अगर स्वाद में थोड़ी-बहुत कमी भी होगी तो उसकी पूर्ति हो जाएगी। लीजिए हरा-भरा सांसद तैयार।
कार्टून: गौतम चक्रवर्ती

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