शनिवार, 17 मई 2025

शीर्ष अदालत में केविएट दायर करेगी गटर... क्यों? जानिए उसी की जुबानी...

By Jayjeet

एक अदालत द्वारा फलाने मंत्री महोदय की भाषा को 'गटरछाप' बताने से गटर आहत हैं। पत्रकार ने गटर से सीधी बात की...
- पता चला कि आप आहत हैं? क्यों?
- आप जानते ही हैं कि हाई कोर्ट ने फलाना मंत्री के दिल, दिमाग, जुबान वगैरह-वगैरह की तुलना मुझसे की है। एक गैरतमंद गटर यह तुलना कैसे बर्दाश्त कर सकती है। आप करते?
- आपको भी तीन दिन हो गए? अब तक चुप क्यों रही?
- ठीक सवाल है। भले ही कुछ लोग अपने आप को कोर्ट से ऊपर मानते हो, लेकिन मेरे मन में माननीय कोर्ट के प्रति पूरा सम्मान है। मैं कड़वां घूंट पीकर बैठ गई कि चलो, मेरे ही बहाने मालिक लोग अपने शागिर्द के खिलाफ कुछ कार्रवाई कर लेंगे। तो मैं यह बेइज्जती भी बर्दाश्त कर लेती। आखिर सेना और महिलाओं के सम्मान के आगे इस बेइज्जती का कोई मोल नहीं है।
- आगे क्या करने का इरादा है?
- जैसे वह फलाना मंत्री शीर्ष अदालत में गया है, वैसे ही मैं भी शीर्ष अदालत में जा रही हूं। मैं वहां केविएट दाखिल करके सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करुंगी कि किसी भी आलतू-फालतू मंत्री-संत्री या नेता वगैरह की तुलना मुझसे करने से पहले मेरा भी पक्ष सुना जाए। हर अदालत के लिए ऐसे निर्देश जारी करने का अनुरोध किया जाएगा। आखिर समाज में मेरी भी कोई प्रतिष्ठा है। मैं बगैर शपथ लिए अपने दायित्व निभाती हूं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thanks for your comment