गुरुवार, 5 मार्च 2020

Funny Interview : गधों और खच्चरों के बीच फंसी नेताओं की ट्रेडिंग

horse trading humour satire. हार्स ट्रेडिंग पर व्यंग्य


By Jayjeet

मप्र से जैसे ही हॉर्स ट्रेडिंग की खबर आई, यह रिपोर्टर अपने खच्चर पर बैठ सीधे पहुंच गया अस्तबल… इंटरव्यू की आज्ञा-वाज्ञा टाइप की फार्मलिटीज पूरी हो, उससे पहले ही रिपोर्टर को देखकर हॉर्स ने कहा, आओ गुरु, मुझे मालूम था तुम मेरे पास ही आओगे…

रिपोर्टर : यह आपको कैसे मालूम था?

हॉर्स : राजनीति और पत्रकारिता को देखे अरसा हो गया है। अब तुम पत्रकारों से ज्यादा पत्रकारिता समझने लगा हूं…

रिपोर्टर : मतलब?

हॉर्स : मतलब यही कि जहां सुभीता हो, वहां की पत्रकारिता करो।

रिपोर्टर : थोड़ा डिटेल में बताएंगे महोदय कि आपके यह कहने का आशय क्या है? मुझे यह आरोप प्रतीत हो रहा है।

हॉर्स : भैया, हॉर्स ट्रेडिंग स्साले वे नेता करें और सवाल उनसे पूछने के बजाय हमसे पूछ रहे हों? ये सुभीता की पत्रकारिता नहीं तो और क्या है?

रिपोर्टर : महोदय, आपका गुस्सा जायज है, लेकिन कृपया इस खच्चर के सामने तो हमें जलील न करो…

हॉर्स : ओ हो, माफी चाहता हूं, मुझे लगा कि साथ में तुम्हारा साथी है। खैर, पूछो क्या पूछना है?

रिपोर्टर : विधायकों की खरीद पर बार-बार हॉर्स ट्रेडिंग शब्द का यूज किया जाता है। क्या नेताओं के साथ तुलना आपको अपमानजनक नहीं लगती?

हॉर्स : कोई नया सवाल नहीं है? ये तो आप पहले भी पूछ चुके हो, पचास बार पूछ चुके हो। कुछ पढ़ा-लिखा करो जरा..

रिपोर्टर : अभी कृपा करके नए पाठकों के लिए बता दीजिए। मैं जाकर पढ़ लूंगा…

हॉर्स : चलिए,थोड़ी इज्जत रख लेता हूं। तो हमारे घोड़ों का जो एसोसिएशन है, उसने मई 2018 में कर्नाटक में विधायकों की खरीद-फरोख्त के दौरान बार-बार हॉर्स ट्रेडिंग शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। उस याचिका में हॉर्स एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट को सुझाव दिया था कि हॉर्स ट्रेडिंग का नाम बदलकर ‘डंकी ट्रेडिंग’ किया जा सकता है।

रिपोर्टर : ये तो एकदम सटीक नाम है। फिर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

हॉर्स : सुप्रीम कोर्ट कुछ कहे, उससे पहले ही डंकियों के एसोसिएशन की इस पर आपत्ति आ गई। उनका कहना था कि वे पहले से ही बदनाम हैं। ऊपर से नेताओं की खरीद-फरोख्त के साथ उनका नाम जोड़ दिया गया तो वे मुंह दिखाने के लायक भी न रहेंगे।

रिपोर्टर : तो अब क्या स्थिति है महोदय?

हॉर्स : अभी तो मामला सब्ज्यूडाइस है। इसलिए ज्यादा बोलना अदालत की अवमानना हो जाएगा।

रिपोर्टर : अगर घोड़ों और गधों दोनों को आपत्ति है, तो क्यों न खच्चर ट्रेडिंग नाम रख लिया जाए। क्या विचार है?

घोड़ा विचार करें, उससे पहले ही यह रिपोर्टर जिस खच्चर पर बैठा था, वह बिदक गया…. और दचक के नौ-दो ग्यारह हो गया…

घोड़ा जोर-जोर हिनहिनाकर हंस रहा है… और यह रिपोर्टर ब्रेकिंग न्यूज देने जा रहा है कि गधों और खच्चरों के बीच फंसी नेताओं की ट्रेडिंग…

(खबरी व्यंग्य पढ़ने के लिए आप हिंदी खबरी व्यंग्यों पर भारत की पहली वेबसाइट http://www.hindisatire.com पर क्लिक कर सकते हैं।)


Google Translate : 

Funny Interview: Trading leaders trapped between donkeys and mules

As soon as the news of horse trading came from MP, this reporter sat directly on his mule and reached the stables… Before the interview was completed, the horse said, “Master, I knew you were mine. Will come close…

Reporter: How did you know that?

Horse: It has been a long time to look at politics and journalism. Now I understand journalism more than journalists…

Reporter: Meaning?

Horse: That is to say, do journalism wherever it is possible.

Reporter: In a little detail, sir, what do you mean by this? I feel this charge.

Horse: Brother, do those leaders in horse trading and ask us questions instead of asking them? What else is Subhita's journalism?

Reporter: Sir, your anger is justified, but please don't plead with us in front of this mule…

Horse: O ho, I'm sorry, I thought you had a partner together. Well, ask what to ask?

Reporter: The term horse trading is frequently used on the purchase of legislators. Don't you find the comparison with leaders offensive?

Horse: No new questions? You have asked this before, fifty times. Just read and write ..

Reporter: Please tell the new readers now. I will go and read…

Horse: Let's take some respect. So our horses association, in May 2018, had filed a petition in the Supreme Court raising objections to the use of the term horse trading repeatedly during the horse-trading of MLAs in Karnataka. In that petition, the Horse Association had suggested to the Supreme Court that horse trading could be renamed as 'Dunky Trading'.

Reporter: That's the exact name. Then what did the Supreme Court say?

Horse: Before the Supreme Court said anything, the Association of Stingers objected to this. They said that they were already infamous. If their names are added with the purchase and selling of leaders from above, they will not even be able to show their face.

Reporter: So what is the situation now sir?

Horse: Now the matter is Sabbudis. Therefore speaking more would be contempt of court.

Reporter: If both horses and donkeys have objections, then why not keep the name Mule Trading. what do you think?

Before considering the horse, the mule on which this reporter was sitting, got out…. And it was nine-eleven of the twitch…


The horse is laughing loudly… and this reporter is going to give breaking news that the trading of leaders trapped between donkeys and mules…

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