देषभर के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सोनिया व राहुल को लिखा संयुक्त पत्र
जयजीत अकलेचा/ Jayjeet Aklecha
फोटो आभार: द इंडियन एक्सप्रेस
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जबरदस्त हार के बाद सोनिया और राहुल गांधी द्वारा खुद हार की जिम्मेदारी लेने की संभावना को देखते हुए कांग्रेसियों ने उन्हें एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने इन दोनों से आग्रह किया था कि वे कांग्रेस के भक्तों पर रहम करें और खुद भक्तों को हार की जिम्मेदारी स्वीकार करने का अमूल्य अवसर प्रदान करें। हमारे हाथ इस पत्र की एक काॅपी लगी है, जिसे हू-ब-हू प्रस्तुत किया जा रहा है।आदरणीया सोनिया माताजी और राहुल भैयाजी,
सादर चरण वंदन
पूरी पार्टी इस बात से बेहद आहत है कि चुनावों में हुई हार की जिम्मेदारी आपने उठाई है। पार्टी में मौजूद प्रत्येक कांग्रेस भक्त यह मानने को तैयार नहीं है कि यह हार आपकी वजह से हुई है। इसकी नैतिक से लेकर अन्य तमाम जिम्मेदारियां आप हम भक्तों को उठाने का मौका देंगे तो आपके आभारी रहेंगे।
आपने जो किया, वह कम नहीं है। इतनी धूप में आप इस पार्टी के लिए घूमे। पूरे इतिहास में ढूंढ लिजिए, इतना बड़ा त्याग कहीं नहीं मिलेगा। और उधर, आदरणीया प्रियंका दीदी तो हम भक्तों के लिए मानो देवी बनकर उतरी। उनका ऐसा अवतार देखकर तो हम भक्त इतने आल्हादित हुए कि हम इस हार का गम भुला देंगे। उनके दर्षन मात्र से ही हम धन्य हो गए। हार-जीत तो आनी-जानी है।
अब श्रीयुत् मनमोहन सिंहजी रिटायर हो गए हैं। इसलिए पार्टी उनके खिलाफ ज्यादा कुछ नहीं कहेगी। लेकिन फिर भी हम भक्तों का मानना है कि इतनी बड़ी हार के लिए उन्हें खुद आगे आकर जिम्मेदारी उठानी चाहिए। आखिर आपने क्या नहीं किया उनके लिए? खैर, आपने उन्हें कुर्सी पर बिठाया, इसलिए वे हमारे लिए भी श्रद्धेय हैं। इसलिए हम भक्त उनके बारे में और कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन माननीय मनमोहन सिंहजी से इतनी उम्मीद तो करते हैं कि भले ही मुंह न खोलें, लिखकर ही हार का ठिकरा अपने सिर पर फोड़ेंगे तो यह कांग्रेस की मान्य परंपरा के अनुकूल होगा।
इस हार के लिए अगर सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं तो वे हैं आम मतदाता। आम मतदाताओं के जनादेष का पूर्ण सम्मान करते हुए भी हमारा मानना है कि इस बार मतदाता इतने अंधे और पगला गए थे कि उन्होंने धर्मनिरपेक्षता के आदर्ष प्रतिमानों को धूल-धूसरित कर दिया। इतना नीच मतदान तो इससे पहले कभी नहीं देखा गया। कांग्रेस इतिहासकार उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
माताजी और भैयाजी, अंत में हम आपसे फिर हाथ जोड़कर इतना ही कहना चाहेंगे कि आप हमारा नेतृत्व करके हमें धन्य करते रहेंगे। हम आपका साथ तब तक नहीं छोड़ेंगे, जब तक कि पूरा देष कांग्रेस मुक्त नहीं हो जाता।
जय सोनिया मैया, जय राहुल भैया
आपके ही भक्त
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