जयजीत अकलेचा/Jayjeet Aklecha
थिसिस की पूर्व तैयारियों में व्यस्त राहुल बाबा। |
क्या होगा थिसिस में?:
जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार थिसिस की मुख्य विषयवस्तु तो यही है कि देष में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को कैसे रोका जाए और किस तरह कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाकर पार्टी की वापसी कराई जाए। थिसिस के अन्य प्रमुख पाॅइंट इस तरह हैं:
- पार्टी की नीतियों व फैसलों में किस तरह से आम लोगों की भागीदारी बढ़ाई जाए।
- पिछले कुछ सालों के दौरान आम कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी नेतृत्व के संवाद में कमी आई है। इस संवाद को बढ़ाने के उपाय।
- सड़कों पर प्रदर्षन करने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को किस तरह तैयार किया जाए।
- पार्टी के कई वरिष्ठ नेता केवल वातानुकूलित कमरों में बैठकर ही काम करते हैं। उन्हें कमरों से निकालकर फील्ड की राजनीति में कैसे झोंका जाए, इसकी कार्ययोजना पर कार्य।
राहुल मई 2017 तक यह थिसिस सबमिट कर देंगे। इसके बाद छह माह तक वे किसी पर्वतीय इलाके में छुट्टियों पर रहेंगे। जनवरी 2018 से वे अपनी इस थिसिस के आधार पर 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट जाएंगे।
जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार थिसिस की मुख्य विषयवस्तु तो यही है कि देष में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को कैसे रोका जाए और किस तरह कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाकर पार्टी की वापसी कराई जाए। थिसिस के अन्य प्रमुख पाॅइंट इस तरह हैं:
- पार्टी की नीतियों व फैसलों में किस तरह से आम लोगों की भागीदारी बढ़ाई जाए।
- पिछले कुछ सालों के दौरान आम कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी नेतृत्व के संवाद में कमी आई है। इस संवाद को बढ़ाने के उपाय।
- सड़कों पर प्रदर्षन करने के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को किस तरह तैयार किया जाए।
- पार्टी के कई वरिष्ठ नेता केवल वातानुकूलित कमरों में बैठकर ही काम करते हैं। उन्हें कमरों से निकालकर फील्ड की राजनीति में कैसे झोंका जाए, इसकी कार्ययोजना पर कार्य।
राहुल मई 2017 तक यह थिसिस सबमिट कर देंगे। इसके बाद छह माह तक वे किसी पर्वतीय इलाके में छुट्टियों पर रहेंगे। जनवरी 2018 से वे अपनी इस थिसिस के आधार पर 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुट जाएंगे।
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