जयजीत अकलेचा/ Jayjeet Aklecha
नई दिल्ली। इस साल से अब देशभर में हर 14 सितंबर को ‘इंग्लिश डे’ मनाया जाएगा। इस आशय का एक सर्कुलर केंद्र सरकार शीघ्र ही जारी करने जा रही है। केंद्र ने यह कदम तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि की उस आपत्ति के मददेनजर उठाया है जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार हिंदी को बढ़ावा देकर अन्य भाषाओं की उपेक्षा कर रही है।
प्रधानमंत्री कार्यालय में उच्च पदस्थ सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ‘इंग्लिश डे’ मनाने की विधिवत् घोषणा 14 सितंबर को ही नई दिल्ली में अायोजित एक कार्यक्रम में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वे अपनी जिंदगी में पहली बार लिखा हुआ भाषण पढ़ेंगे क्योंकि यह अंग्रेजी में होगा। इस अवसर पर उन विशिष्ट लोगाें का सम्मान भी किया जाएगा जो अपनी मातृभाषा छोड़कर अंग्रेजी में बोलना पसंद करते हैं। ‘इंग्लिश डे’ के उपलक्ष्य में पूरे देशभर में इंग्लिश एसे कॉम्पीटिशन, इंग्लिश डिबैट कॉम्पीटिशन, इंग्लिश स्पीच कॉम्पीटिशन, इंग्लिश क्वीज जैसी कई प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। सूत्र ने यह भी साफ कर दिया कि इस दिवस पर संबंधित राज्य चाहें तो अपना-अपना भाषा दिवस मना सकते हैं, जैसे तमिलनाडु में तमिल दिवस, कर्नाटक में कन्नड़ दिवस, महाराष्ट्र में मराठी दिवस इत्यादि।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने गुुरुवार को हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग करने संबंधी एक निर्देश जारी किया था। इसके बाद से ही हाथ में मुददा आने के कारण करुणानिधि काफी खुश नजर आ रहे थे। बाद में अपनी खुशी दबाते हुए पत्रकारों से बातचीत में केंद्र के इस रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हाेंने कहा था कि यह कदम गैर हिंदी भाषी लोगों को दोयम दर्जे की तरह समझने का है। इस आलोचना से हरकत में आई नरेंद्र मोदी सरकार ने बिजली से भी अधिक तेजी से कार्रवाई करते हुए ‘इंग्लिश डे’ मनाने का फैसला ले लिया। इसका आधिकारिक सर्कुलर एक-दो दिन में जारी हो जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for your comment