बुधवार, 4 जून 2014

मप्र में कमजोर तबके में शामिल हुए विधायक, घरों के लिए मिलेगा सस्ता लोन

-  जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए दस लाख रु. तक का कार लोन भी मिलेगा


जयजीत अकलेचा/ Jayjeet Aklecha


Photo courtesy : http://listcrux.com/

भोपाल। मप्र सरकार ने राज्य के सभी विधायकों को कमजोर तबके में शामिल कर लिया है। इस आशय का निर्णय मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में लिया गया। इस कारण प्रदेश के समस्त विधायकों को घर खरीदने के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन चार फीसदी ब्याज पर मिलेगा। साथ ही उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए उन्हें वाहन खरीदने के लिए भी दस लाख रुपए तक का कार लोन मुहैया करवाया जाएगा।
बैठक में विधायकों की माली हालत पर विशेष चर्चा हुई। चर्चा में सामने आया कि प्रदेश के अधिकांश विधायकों की हालत बेहद खराब है और वे झुग्गियों में नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। इसी वजह से उन्हें घर बनाने के लिए सस्ता लोन मिलना ही चाहिए। कुछ मंत्रियों ने विधायकों को जीरो फीसदी दर पर लोन देने की मांग की, लेकिन इसे इस आधार पर अस्वीकार कर दिया गया कि इसे कई विधायक खैरात समझकर अपमानजनक मान सकते हैं।
इसी तरह बैठक में इस बात पर भी गंभीर चर्चा की गई कि जहां आज राज्य के लाखों लोग साइकिलों पर चल रहे हैं, वहीं किसी भी विधायक का पास साइकिल नहीं है। विधायकों को भी संविधान में प्रदत्त ‘सम्मानजनक जीवन’ जीने का अधिकार है। इसी वजह से उन्हें पहले आठ लाख रुपए तक की कार खरीदने के लिए लोन मुहैया करवाने का प्रस्ताव लाया गया। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री के दखल के बाद इस राशि को दस लाख रुपए कर दिया गया। यह भी तय हुआ कि विधायकों के बीच साक्षरता को बढ़ावा देने के मकसद से लैपटाॅप या कंप्यूटर खरीदी के वास्ते 35 हजार रुपए तक का अनुदान भी दिया जाएगा।
बाद में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इस कदम से मप्र ‘बीमारू’ राज्य के कलंक से बाहर निकलकर तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 229 विधायक और मैं मिलकर 230 नहीं, बल्कि 2301 बनेंगे और प्रदेश को स्वर्णिम मप्र बनाने में सफल रहेंगे।

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